गोमती चक्र सीप जैसे होते हैं। ये भी सीप के समान समुद्र में मिलती है। इनके आधार पर गोल घुमावदार आकृति बनी होती हैं ,यदि आपके घर में एक के बाद एक परेशानियां आ रही हो। व्यक्ति एक के बाद एक नई समस्याओं में उलझता जा रहा हो उसकी परेशानियों के निवारण के लिए है। गोमती चक्र हो किसी भी अमावस्या की रात्रि में या ग्रहण कल में सिद्ध करना चाहिए। एक बार सिद्ध होने पर गोमती चक्र तिन वर्षों तक प्रभावशाली रहता है।
- यदि घर में भूत-प्रेतों का उपद्रव हो तो दो गोमती चक्र लेकर घर के मुखिया के ऊपर घुमाकर आग में डाल दें तो घर से भूत -प्रेत का उपद्रव समाप्त हो जाता है।-घर में बीमारी हो या किसी का रोग शांत नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र लेकर उसे चांदी हो तो एक गोमती चक्र लेकरउसे चांदी में पिरोकर रोगी के पलंग के पायै पर बांध दें तो उसी दिन से रोगी का रोग समाप्त होने लगती है।- प्रमोशन नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक लेकर शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ा दें।- यदि गोमती चक्र को लाल सिंदूर की डिब्बी में घर में रखें तो घर में सुख शांति बनी रहती है।- पति-पत्नी मे मतभेद हो तो तीन गोमती चक्र लेकर उसे घर के दक्षिण दिशा में दोनों पर से घुमाकर फेंक दें।- यदि बार - बार गर्भ गिर रहा हो तो दो गोमती चक्र लाल कपड़े में बांधकर कमर में बांध दें तो गर्भ गिरना बंद हो जाता है।- कचहरी जाते समय घर के बाहर गोमती चक्र रखकर उस पर दाहिना पांव रखकर जावे तो उस दिन कोर्ट कचहरी में सफलता प्राप्त करता है।
Saturday, December 18, 2010
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