Friday, October 21, 2011

वैभव लक्ष्मी की उपासना

देवी उपासना के किसी भी विशेष दिन जैसे, शुक्रवार, नवमी, नवरात्रि या दीपावली यानी, अमावस्या की रात्रि पर विशेष मंत्र से लक्ष्मी का ध्यान मनचाहे आनंद व समृद्धि देती है। वैभव लक्ष्मी की उपासना की आसान विधि और मंत्र विशेष - शुक्रवार को पूरे दिन व्रत रख शाम को स्नान के बाद माता लक्ष्मी की पूजा करें। वैभव लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र की पूजा में खासतौर पर लाल चंदन, गंध, लाल वस्त्र, लाल फूल अर्पित करें। खीर का भोग लगाएं। पूजा के बाद समृद्धि व शांति की इच्छा से इस वैभव लक्ष्मी मंत्र का यथाशक्ति जप करें -

या रक्ताम्बुजवासिनी विलासिनी चण्डांशु तेजस्विनी।

या रक्ता रुधिराम्बरा हरिसखी या श्री मनोल्हादिनी॥

या रत्नाकरमन्थनात्प्रगटिता विष्णोस्वया गेहिनी।

सा मां पातु मनोरमा भगवती लक्ष्मीश्च पद्मावती ॥


इस मंत्र जप के बाद वैभव लक्ष्मी व्रत कथा पढ़े या सुने। गोघृत दीप आरती करें। माता लक्ष्मी से क्षमा प्रार्थना करें व हर अभाव का दूर करने की कामना करें। प्रसाद ग्रहण कर घर के द्वार पर एक दीप लगाएं।

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