Thursday, February 17, 2011

फूहड़ स्त्री पसंद नहीं लक्ष्मी जी को

स्त्री को शक्ति और लक्ष्मी का रूप मानती है। गृहस्थ जीवन की खुशहाली और बदहाली पुरुष ही नहीं स्त्री के श्रेष्ठ आचरण, व्यवहार और चरित्र पर भी निर्भर है। स्त्री परिवार की जिम्मेदारियों की बागडोर संभाल अपने तन के साथ मन और धन के संतुलन व प्रबंधन से शक्ति बन परिवार में खुशियां बनाए रखती है। हिन्दू धर्म में भी देवी लक्ष्मी ऐश्वर्य, धन और सुख-समृद्धि देने वाली मानी जाती है और वह दरिद्रता पसंद नहीं करती। इसलिए स्त्री को लक्ष्मी रूप मानना सही भी है। सांसारिक नजरिए से लक्ष्मी रूप होने पर भी स्त्री के लिए धन की अहमियत कम नहीं है। चाहे वह विवाहित हो या फिर अविवाहित।
शास्त्रों में साफ बताया गया है कि लक्ष्मी कैसी स्त्रियों से रूठ जाती है? जानते हैं ऐसी स्त्रियों के लक्षण - जो स्त्री हमेशा पति के खिलाफ़ काम करे, पति को कटु बोल बोलती है, पति को तरह-तरह से दु:ख देती है, लज्जाहीन स्त्री, झगड़ालू, गुस्सैल, चिढ़चिढ़ी और निर्मम , पति का घर छोड़कर दूसरे के घर में रहना पसंद करे, बड़ों का अपमान करने वाली , परपुरुष को पसंद करे। , आलसी और अस्वच्छ रहने वाली,वाचाल यानि ज्यादा बोलने वाली, घर का सामान इधर-उधर फेंकने वाली , अधिक सोने वाली, घर को अस्त-व्यस्त रखने वाली, अनजान लोगों से अनावश्यक बात करने वाली

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